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चुनाव से 6 माह पहले यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार, 7 नए मंत्री बनाए
जितिन प्रसाद को केबिनेट मंत्री व 6 अन्य को राज्यमंत्री बनाया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में रविवार को 7 नए मंत्री शामिल हुए। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद को केबिनेट मंत्री तथा बाकी 6 को राज्य मंत्री बनाया गया है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने देर शाम उन्हें शपथ दिलाई।
इन्होंने ली शपथ
जितिन प्रसाद (ब्राह्मण), केबिनेट मंत्री
जितिन तीन महीने पहले कांग्रेस से भाजपा में आए थे। वे 2004 में पहली बार अपने गृह क्षेत्र शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव जीते थे।
छत्रपाल गंगवार, राज्यमंत्री
छत्रपाल बरेली के बहेड़ी से विधायक हैं। वे कुर्मी समाज से हैं। वे रुहेलखंड क्षेत्र को कवर करेंगे।
पलटू राम, राज्यमंत्री
पलटू राम बलरामपुर से आते हैं। वे दलित समुदाय से हैं और वर्ष 2017 में पहली बार जीते थे।
संगीता बिंद, राज्यमंत्री
पहली बार विधायक चुनी गई हैं संगीता पिछड़ी जाति से हैं। गाजीपुर सदर सीट से आती हैं।
संजीव कुमार, राज्यमंत्री
संजीव सोनभद्र के ओबरा सीट से विधायक हैं। ये अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष हैं। आदिवासी समुदाय से हैं।
दिनेश खटीक, राज्यमंत्री
दिनेश मेरठ के हस्तिनापुर सीट से विधायक हैं। खटीक (सोनकर) समाज से हैं। दलित समुदाय से हैं। पश्चिम यूपी से मंत्री बने हैं।
धर्मवीर प्रजापति, राज्यमंत्री
धर्मवीर प्रजापति हाथरस से आते हैं। वे विधान परिषद सदस्य हैं। 2021 में ही विधान परिषद में पहुंचे हैं। माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।
पूरा हुआ कोटा
यूपी सरकार में अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। आज 7 मंत्रियों के शपथ लेने से पूर्व मंत्रिमंडल में 23 केबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 21 राज्य मंत्री थे। इस विस्तार के साथ अब कोटा फुल हो गया है।
6 माह बाद चुनाव
19 मार्च 2017 को यूपी सरकार गठन हुआ था। यहां 6 माह बाद चुनाव होने हैं। नए मंत्रियों में तीन ओबीसी, दो दलित, एक एसटी और एक ब्राह्मण चेहरा है। ऐसे में माना जा रहा है कि केबिनेट विस्तार के जरिए भाजपा की पहली प्राथमिकता जातीय समीकरण साधने की रही है।